चलो हैद्राबाद! चलो हैद्राबाद!!चलो हैद्राबाद!!!
भारतीय बंजारा साहित्य संघ द्वारा आयोजित
चतुर्थ अखिल भारतीय बंजारा साहित्य संम्मेलन, हैद्राबाद, तेलंगाना राज्य
दि.११ अगस्त,२०२४
साहित्य प्रेमियों !
भारतीय बंजारा साहित्य संघ द्वारा इस वर्ष के चौथे अखिल भारतीय बंजारा साहित्य संम्मेलन का हम सभी की गरिमामय उपस्थिती में संपन्न होना बंजारा समुदाय के सदस्यों और सभी साहित्य प्रेमियों के लिये अत्यंत हर्ष व गरिमामय बात है !
बंजारा समाज साहित्य को जीने वाला समाज है!इस समाज का लोक साहित्य समृद्ध है!और इस समाज की स्वतंत्र और विशिष्ट जिवनशैली है!यह अपने लोक साहित्य से लोकगीतों और लोककथाओं को एक अभिन्न अंग के रुप मे सामने लाया है जो जिवन शैली का भाग है । इस समाज की यह समृद्ध सांस्कृतिक संपदा व कला समाप्त हो रही है!इसे बढावा देने और सांस्कृतिक मूल्यों को तलाशने की जरुरत है!
इस समाज का लिखित साहित्य भी बहुत कम है!लेकिन आजकल लेखकों की संख्या बढती जा रही है! बंजारा समाज के बुद्धीजीवियों द्वारा किया गया लेखन पर्याप्त नहीं है! साहित्य का लेखन ऐतिहासिक दृष्टी से भी होना चाहिए ।
बन्धुओं!बोध और विषयवस्तु से समृद्ध साहित्य जीवन को बढाने वाला साहित्य है! साहित्य समृद्ध अर्थ और साहित्य समृद्ध सामग्री वाला साहित्य वह साहित्य है जो जीवन को खुशहाल बनाता है!1976 मे पुर्व मंत्री श्रीमान अमरसिंहजी तिलावत सहाब ने आंध्रा राज्य के लोंगो को अनुसुचित जनजाती में शामिल करने के लिये लढाई लडी थी!और ये लढाई में जीत हासिल की,यह बंजारा भाइयों के लिये गर्व की बात है,कहते है!ऐसे गौरव के विषय को रेखांकित करना चाहिए क्योंकि यह एक ऐतिहासिक घटना भी है!लेखकों,कविओं को,कथाकारओं को प्रोत्साहित करने की आज बहुत जरुरत है!उनके लेखन की समिक्षा करने की भी जरुरत है! नये लेखकों – कवियों को नई चुनौतियों को ध्यान में रखकर लिखने की जरुरत है!ये ऐतिहासिक बात साहित्य सम्मेलन के माध्यम से होती है!इसी महान उद्देश से प्रेरित होकर, बंजारा समाज संस्कृति का महल राज्य तेलंगाना की राजधानी हैद्राबाद में इस साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा हैं!बंनजारा समाज की टांडा संस्कृति लृप्त होती जा रहीं है!इस संस्कृति को साहित्यों के माध्यम से बचाने की और संस्कृति को बढ़ावा देने की जरूरत है!
आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप भारी संख्या में वैचारिक महोत्सव में पधारे और हमें उपकृत करें ।
मा.अमरसिंहजी तिलावत सहाब
उदघाटक
चतुर्थ बंजारा साहित्य संम्मेलन, हैद्राबाद
डॉ. यशवंत जाधव
संम्मेलनाध्यक्ष
चतुर्थ बंजारा साहित्य संम्मेलन, हैद्राबाद
- मा. डॉ.रामा कोटी
- स्वागताध्यक्ष
- चतुर्थ बंजारा साहित्य संम्मेलन, हैद्राबाद
प्रमुख अतिथी
मा. बळीराम नायक
सांसद,दिल्ली
मा. नवलकिशोर ऊर्फ नामा नायक
राष्ट्रीय अध्यक्ष
बंजारा साहित्य संघ,भारत
मा.भट्टू वेंकण्णा चव्हाण
मुख्यसंयोजक
चतुर्थ बंजारा साहित्य संम्मेलन, हैद्राबाद
पत्रकार मनोहर चव्हाण
मुख्य आयोजक
चतुर्थ बंजारा साहित्य संम्मेलन, हैद्राबाद
प्रकाशक: बंजारा साहित्य संघ, भारत प्रधान कार्यालय, नागपूर,मो.9689668629